Gorakhpur News | गीताप्रेस की शताब्दी वर्ष उद्घाटन समारोह के मंच से राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने कहा कि मेरे पिछले जन्म का कोई पुण्य ही होगा जिससे मुझे इस समारोह में शामिल होने का यह अवसर मिला है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने गीताप्रेस से जुड़े सभी लोगों को बधाई देते हुए कहा कि आज आप लोगों की उपस्थिति देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे गीता प्रेस की शताब्दी वर्ष समारोह में सम्मिलित होने का अवसर मिला। मैं यह मानता हूं कि पिछले जन्मों में मैने कुछ पुण्य किया होगा जिससे इस सौभाग्यशाली समारोह में शामिल होने का अवसर मिला है।
राष्ट्रपति ने कहा कि गीता प्रेस के कर्मचारियों के मेहनत व यहां के अनुशासन की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है। उन्होंने कहा कि लीला चित्र मंदिर के भ्रमण का भी अवसर प्राप्त हुआ। जिस इंसान ने भी यह किया होगा उस इंसान के अंदर भगवान की कृपा जरूर रही होगी। राष्ट्रपति ने लीला चित्र मंदिर की तारीफ करते हुए कहा कि अभी मुझे एक बार और आना है। यह संयोग कब बनेगा निश्चित नहीं है। लेकिन मेरे मन की इच्छा है और मैं ईश्वर से प्रार्थना करूंगा कि यह इच्छा जल्द से जल्द पूरी हो।