भगवान शिव के भारत सहित दुनिया भर में कई ऐसे मंदिर और तीर्थ स्थान मौजूद हैं जो अपने चमत्कारों की वजह से विश्व प्रसिद्ध हैं। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि आज भी यहां पर भगवान शिव विराजमान हैं। यह मंदिर नेपाल की राजधानी काठमांडू से 3 कि.मी उत्तर-पश्चिम देवपाटन गांव में बागमती नदी के तट पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव के पशुपति स्वरूप को समर्पित है। भगवान पशुपतिनाथ का मंदिर नेपाल में शिव का सबसे पवित्र मंदिर माना जाता है। इस मंदिर से जुड़े कई ऐसे रहस्य हैं जिसकी दुनिया भर में चर्चा होती है। पशुपति मंदिर का शिवलिंग बहुत ही कीमती और चमत्कारी है। माना जाता है कि यह शिवलिंग पारस के पत्थर से बना है। पारस का पत्थर ऐसा होता है कि लोहे को भी सोना बना देता है।
पशुपति मंदिर को लेकर मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति यहां पर दर्शन के लिए आता है तो उसे किसी जन्म में पशु की योनि नहीं मिलती है। इस मंदिर को लेकर एक दूसरी मान्यता यह भी है कि अगर आपने पशुपति के दर्शन किए तो आप नंदी के दर्शन न करें। नहीं तो आपको दूसरे जन्म में पशु का जन्म मिलेगा। केदारनाथ जी के दर्शन करने के बाद अगर आपको नंदी दर्शन होता है, तो दोष नहीं लगता। इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि अगर आपने पशुपति मंदिर के दर्शन किए तो पूरा पुण्य पाने के लिए आपको केदार मंदिर में भी भगवान भोले शंकर के दर्शन करने जाना पड़ेगा क्योंकि पशुपतिनाथ में भैंस के सिर और केदारनाथ में भैंस की पीठ के रूप में शिवलिंग की पूजा होती है।
हिंदू पुराणों के अनुसार पशुपतिनाथ मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है। यह मंदिर हिन्दू धर्म के आठ सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। पशुपतिनाथ मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है, लेकिन वह इसे बाहर से देख सकते हैं। इस मंदिर के बाहर एक घाट बना हुआ है जिसे आर्य घाट के नाम से जाना जाता है। इस घाट के बारे में कहा जाता है कि सिर्फ इस घाट का ही पानी मंदिर के अंदर जाता है और किसी जगह के पानी को ले जाना यहां वर्जित है। नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर एक विश्व प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यहां भारत और दुनिया भर से प्रतिदिन हजारो श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आते हैं।