पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्वांचल के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी का कुनबा बहुत जल्द बसपा छोड़कर सपा में शामिल होगा। इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गयी हैं। बताया जा रहा है कि पूर्वांचल के बाहुबली और बड़े ब्राह्मण नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी का बसपा से मोहभंग हो चुका है। बहुत जल्द ही हरिशंकर तिवारी, उनके बेटे कुशल तिवारी और विनय शंकर तिवारी सार्वजानिक मंच से समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं। हरिशंकर तिवारी के छोटे बेटे मौजूदा समय में चिल्लूपार विधानसभा सीट से बसपा के विधायक हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को हरिशंकर तिवारी के विधायक बेटे ने अखिलेश यादव से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों के बीच सकारात्मक बातचीत हुई है।
हरिशंकर तिवारी चिल्लूपार विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रहे हैं। हालांकि 2007 में उन्हें इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था। हरिशंकर तिवारी कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह और मुलायम सिंह सरकार में मंत्री भी रहे हैं। हरिशंकर तिवारी को आज भी गोरखपुर में सबसे बड़ा ब्राह्मण नेता माना जाता है।