कहानी गोरखपुर के पूजा गुप्ता की: बाप रेलवे के बड़े इंजीनियर, मां डाक्टर और बेटी बन गई ड्रग्स रैकेट की सरगना

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विदेशी ड्रग्स रैकेट के मामले में गिरफ्तार गोरखपुर की पूजा गुप्ता अचानक सुर्खियों में आ गई है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि खुद पूजा नोएडा के सेक्टर-82 स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कंसल्टेंट है। इसके पिता गोरखपुर में रेलवे के बड़े इंजीनियर हैं। जबकि मां भी चर्चित डॉक्टर हैं। पूजा ने वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी तमिलनाडु से बीटेक किया है। नोएडा के सेक्टर-61 स्थित जिस बहुमंजिला घर में पूजा रहती है वह उसकी मां के नाम पर है। पूजा इस मकान में अकेली रहती थी। पूजा की देखभाल के लिए मां-बाप ने तीन नौकर रखे थे वे भी उसी घर में रहते हैं। फिलहाल गोरखपुर में पूजा गुप्ता के परिवार को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं। इस समय गोरखपुर में पूजा गुप्ता और इसके परिवार को लेकर जितने मुंह उतनी बाते हो रही हैं।

नोएडा में हाईप्रोफाइल ड्रग्‍स रैकेट का भंडाफोड़

नोएडा पुलिस ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर पूजा गुप्ता के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनका गिरोह पब और बार में विदेशी ड्रग्स सप्लाई करता था। पुलिस ने तीनों के पास से MDMA की 289 गोलियां बरामद की हैं। MDMA एक तरह का सिंथेटिक ड्रग है, इसे लोग नशा के लिए यूज करते हैं। MDMA ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत मांग है। हाईप्रोफाइल लोग, मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाले लोग इसके प्रमुख ग्राहक हैं। बताया जाता है कि जिसे इस MDMA गोली की लत लग जाती है वह हर कीमत पर इसे खरीदना चाहता है।

नीदरलैंड और अफगानिस्तान से हो रही थी ड्रग्स की सप्लाई

नोएडा पुलिस को ड्रग्स सप्लाई करने वाले एक गिरोह के बारे में सूचना मिली थी। सूचना के बाद फेज-3 थाना पुलिस ने रविवार रात करीब 11 बजे सेक्टर-58 में छापेमारी की। यहां से सेक्टर-120 आम्रपाली जोडिएक सोसायटी निवासी पुलकित कुमार को गिरफ्तार किया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने सेक्टर-67 मामूरा से अभिषेक चौहान और सेक्टर-61 के डी ब्लॉक से पूजा गुप्ता को गिरफ्तार किया। पूजा की कोठी से ड्रग्स के टैबलेट भी बरामद हुए हैं। अभिषेक और पूजा दोनों में गहरी दोस्ती थी। पकड़े जाने पर इन तीनों ने खुद को निर्दोष और एक दूसरे को रैकेट का संचालक बताया। पुलिस के मुताबिक, बीएमडब्ल्यू सवार एक आरोपी भागने में कामयाब हो गया जिसका नाम श्रेयांस है। इसके अलावा प्रणय और दिदिप्य नाम के दो और आरोपी इस रैकेट में हैं, वे भी फरार हैं। पुलिस के मुताबिक सेक्टर-61 स्थित पूजा की कोठी में दबिश दी गई तो वहां कई ऐसे सबूत मिले हैं जिससे पता चला कि ड्रग्स कोरियर के माध्यम से आता था। कोरियर पर नीदरलैंड और अफगानिस्तान का टैग लगा हुआ था। प्रारंभिक जांच में लग रहा है कि इन देशों से ड्रग्स की सप्लाई हो रही थी। पुलिस गिरोह के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन की जांच कर रही है।

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