Jhansi news | झांसी में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव पर आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज हुआ है। जांच में सामने आया है कि विधायक रहते हुए दीपनारायण सिंह यादव को 14 करोड़ 30 लाख रुपए की आय हुई, जबकि इस अवधि में उनका खर्च 37 करोड़ 32 लाख रुपए पाया गया। इस प्रकार दीपनारायण ने अपनी आय की तुलना में 23 करोड़ 2 लाख रुपए का अधिक व्यय किया। जांच के दौरान पूछताछ में पूर्व विधायक दीपनारायण इस संबंध में संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे पाए। इसके बाद विजिलेंस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। दीपनारायण सिंह को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का करीबी कहा जाता है। वहीं पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव का कहना है कि राजनीतिक दबाव में षड़यंत्र रचकर उन्हे फंसाया गया है।
दरअसल दीपनारायण सिंह यादव झांसी की गरौठा सीट से 2007 से 2017 तक लगातार दो बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि पिछले दो बार से उनको भाजपा के जवाहर लाल राजपूत से हार का सामना करना पड़ा है। वर्तमान भाजपा विधायक जवाहर लाल राजपूत ने उनके खिलाफ शासन से शिकायत की थी। जिसमें अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था। शासन के निर्देश पर उप्र सतर्कता अधिष्ठान ने 05 अप्रैल 2021 को खुली जांच शुरू की थी, जिसमें आरोप सही पाए गए। जांच में दीपनारायण सिंह प्रथम दृष्टया आय से अधिक संपत्ति के दोषी पाए गए हैं। जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। इस पर शासन ने 29 जून को एफआईआर के आदेश दिए थे। अब उनके खिलाफ झांसी के उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1)(बी) और 13 (2) के तहत मामला दर्ज करवाया गया है।