लखनऊ। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव की मां यानि कि मुलायम सिंह यादव की समधन अम्बी बिष्ट का एक और हैरान करने वाला कारनामा सामने आया है। दरअसल अम्बी बिष्ट ने वर्ष 2011 में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की संपत्ति अधिकारी रहते हुए विभूतिखंड गोमतीनगर में एक कीमती भूखंड की रजिस्ट्री ऐसे व्यक्ति के नाम करवा दी जिसकी मौत साल भर पहले ही हो चुकी थी। गवाह के तौर पर एलडीए के एक अनुभाग अधिकारी भी शामिल थे। फिलहाल पूरा मामला खुलने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह ने मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।
बताया जा रहा है कि वर्ष 2008 में लखनऊ विकास प्राधिकरण ने विभूतिखंड में करीब 300 वर्ग फीट का एक व्यावसायिक भूखंड अनिल तिवारी नाम के व्यक्ति को आवंटित किया था। वर्ष 2010 में अनिल तिवारी की मौत हो गई। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि जिस अनिल तिवारी की वर्ष 2010 में मौत हो गई उसी के नाम वर्ष 2011 में इस भूखंड की रजिस्ट्री कर दी गई। फिर उसी दिन स्वर्ग सिधारे अनिल तिवारी ने भूखंड की रजिस्ट्री एक अन्य व्यक्ति के नाम पर कर दी। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की समधन अम्बी बिष्ट ने बतौर संपत्ति अधिकारी/अनु सचिव एलडीए की ओर से रजिस्ट्री संपादित की। इस भूखंड का मौजूदा बाजार भाव एक करोड़ से अधिक है। फिलहाल पूरा मामला खुलने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह ने दोनों गवाहों और तत्कालीन अनुसचिव अम्बी बिष्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।