सुबह एक मित्र ने फोन कर जगाया था, बताया कि कपिल ने कोई ट्वीट किया है जिसमें रूस का ज़िक्र है जिस पर वह ग्यारह बजे पीसी कर रहा है !
मैं अनमना सा था । ध्यान न दिया ।
ग्यारह से बारह के बीच फोन आने लगे कि टी वी खोलिये, खोला और ANI में कहा कि मेरा वर्जन ले लें । प्रेस क्लब पर मिलना तय हुआ । वहाँ आजतक , एबीपी न्यूज़ , रिपबलिक, इंडिया न्यूज़ और एक दो अन्य बाइट ले गये । दिखा रहे हैं कि नहीं नामालुम ।
टाइम्स नाऊ और टोटल पीछे पीछे आ गये उन्हे भी बता दिया !
अब पंचों की पंचायत में ………
इस देश में डीज़ल इंजन को सी एन जी में बदलने और युरोपीय क़िस्म की number plate (HSRP)को लागू करने के प्रस्तावों में १९९५-२००० तक मेरी भागीदारी रही ।
HSRP के बिज़नेस में २००३-२००४ तक मैं रहा और उसके बाद शेयर होल्डर / डायरेक्टर के तौर पर एक कंपनी में अपनी भूमिका मैंने हमेशा के लिये तज दी । आम आदमी पार्टी तब गर्भ में भी न थी !
CNG के व्यापार से २००७-०८ में मैं अलग हो गया ।
तब से मैं सिर्फ एक कंपनी (दवा की इक्सपोर्ट कंपनी ) में निदेशक भर हूँ ।
यह तथ्य ऐसे हैं जिनकी तसदीक कंपनी ला बोर्ड से हो सकती है !
कपिल मिश्र का आरोप है कि २०१५-१६ में HSRP के किसी घोटाले में मैं शामिल हूँ ।
मैं तुरंत सफाई देने और बाद में criminal defamation case फ़ाइल करने के सिवा और क्या कर सकता हूँ ?