कनकलता। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की समाजसेवी बहू अपर्णा यादव की मां अंबी बिष्ट ने ‘जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का’ वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अरबों रूपये की जमीन अपने पति अरविंद सिंह बिष्ट के नाम कर दी। अरविंद सिंह बिष्ट इस समय प्रदेश में सूचना आयुक्त के पद पर तैनात हैं। अखिलेश राज में अरविंद सिंह बिष्ट को मुलायम का समधी होने के नाते यह पद तोहफे में दिया गया था। फिलहाल योगी राज में अंबी बिष्ट पर डंडा चल गया है। एलडीए उपाध्यक्ष प्रभु एन. सिंह ने अंबी बिष्ट के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। इस मामले में तत्कालीन अनुभाग अधिकारी और योजना सहायक भी अंबी बिष्ट के साथ दोषी पाए गये हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव की मां अंबी बिष्ट अखिलेश राज में एलडीए में उप सचिव के पद पर तैनात थी। अंबी बिष्ट का एलडीए में गजब का रूतबा था। बताया जाता है कि अंबी बिष्ट ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए पूर्व एलडीए वीसी के साथ मिलकर जमकर लूटपाट किया। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद मुलायम की बहू अपर्णा यादव ने अपनी मां अंबी बिष्ट को बचाने का हर तरह से प्रयास किया। बताया जाता है कि इसी उद्देश्य से अपर्णा ने कई बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की। अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए अपर्णा योगी आदित्यनाथ को अपने गौशाला भी ले गई। इसके अलावा मीडिया में इस तरह की ख़बर भी चलवाई गई की अपर्णा के पिता अरविंद सिंह बिष्ट का योगी आदित्यनाथ से रिश्तेदारी है। हालांकि अपर्णा का एक भी प्रयास काम नहीं आया। योगी राज में अपर्णा की मां यानि कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की समधन अंबी बिष्ट के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया गया है। अंबी बिष्ट के साथ-साथ उनके सूचना आयुक्त पति अरविंद सिंह बिष्ट भी मुश्किलों में फंस गए हैं।